
दुगड्डा, पौड़ी में तीन दिवसीय शहीद मेले का शुभारंभ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पौड़ी जनपद के दुगड्डा पार्क में आयोजित तीन दिवसीय शहीद मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने देश के अमर बलिदानियों चंद्रशेखर आज़ाद, बलदेव सिंह आर्य एवं भवानी सिंह रावत की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और क्षेत्रीय विकास को लेकर कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं की।
🔷 मुख्य घोषणाएं
- आधुनिक बहुउद्देशीय भवन का निर्माण – दुगड्डा नगर पालिका क्षेत्र में।
- नगर पालिका के लिए आधिकारिक वाहन की व्यवस्था।
- भवानी सिंह रावत शहीद स्मृति स्थल का संरक्षण, सौंदर्यीकरण एवं पुनर्निर्माण।
- निराश्रितों के लिए स्थायी रैन बसेरा का निर्माण।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का स्व. मोहनलाल बौंठियाल के नाम पर विकास।
- दुगड्डा ब्लॉक में मिनी स्टेडियम की स्थापना।
- फतेहपुर में सिलगाड़ नदी पर पुल का निर्माण।
- सिद्धबाबा मंदिर, मटियाली का सौंदर्यीकरण।
🔷 मुख्यमंत्री के उद्बोधन की मुख्य बातें
- शहीदों का बलिदान हमें राष्ट्र सेवा की प्रेरणा देता है। ऐसे मेले युवाओं को देशभक्ति से जोड़ते हैं।
- प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को संरक्षित किया जा रहा है।
- उत्तराखंड में सैनिकों के सम्मान में ‘पाँचवां धाम – सैनिक धाम’ देहरादून के गुनियाल गांव में बनाया जा रहा है।
- अतिक्रमण मुक्त अभियान के अंतर्गत राज्य की 5000 हेक्टेयर भूमि को मुक्त कराया गया।
- हाल ही में विधानसभा में पारित सशक्त भू-कानून को ऐतिहासिक बताया।
🔷 वनाग्नि और मानव-वन्यजीव संघर्ष पर कड़े रुख:
- वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए जिम्मेदारी तय की जाएगी। दोषियों से नुकसान की वसूली और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर केंद्र से चर्चा और जल्द कानून लाने की बात कही गई।
🔷 विभागीय स्टॉल और सेवाएं
रीप परियोजना, बाल विकास, कृषि, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, डेयरी, वन विभाग आदि द्वारा स्टॉल लगाकर लोगों को योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाया गया।
शहीद मेला केवल स्मरण का अवसर नहीं, बल्कि उत्तराखंड के ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास और देशभक्ति की भावना को सशक्त करने का संकल्प भी है।
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